Gurudev Observatory

Historical name Exo World contest in India has created history: a summary

Ever First in History, International Astronomical Union offer public to choose the name for exoplanerts & stars as per their choice under name “ Name ExoWorlds “ contest. This was the contest to choose 20 namable system . Gurudev Observatory has sent proposal for tau Bootis & tab Bootis b with name “Shri Ram Matt “ & “Bhgavatidevi” repectively .Which was under voting under head www.nameexoworlds.iau.org/systems/107 where voters have to cast their votes with 3stage voting via e-voting .

Voting

International Voting was commenced on 11/08/2015 & ended on 31/10/2015 .For 247 proposals more than 180 countries took active part in everfirst e-voting for naming the stars & planets .Total voting was 6.31.418 at the end of the voting.

Vote for India

To give everfirst Indian name to any celestial objects 1200 million Indians were exited.Gurudev Observatory has started the movement under heading “Vote for India” so people can join the movement regardless to cast,creed,religion,culture,education,power etc.

Spread all over the India

People & students from 24 states took active part .These states are Gujarat,Maharashtra,M.P.,U.P,J&K ,Punjab,Haryana, Himachal Pradesh,Rajasthan ,Uttarakhand ,Orissa,Bihar,Assam,Arunachal Pradesh,W.B.,Jharkhand,Chhattisgarh,Tamil Nadu,Telangana,A.P.,Karnataka,Kerala & Delhi

All Over the globe

N.R.I. & other friends from the six continents :North & South America, Africa , Asia ,Europe,Australia ( Except Antarctica ! ) have joined the movement .

Bird eye view on Campaign

  • Members reached to more than 1500 educational institutes including schools,collages,coaching classes all over the nation & make  phase to phase conversation with more than one lakh students.
  • Reached to more than 2 lakh houses in door to door contacts.
  • More than 1 million pamphlets,5000 small & 1000 big posters has been printed/displayed all over the country
  • Took more than 1000 multimedia sessions all over the country.
  • Local,state level & national media took active part in the movement & help to spread the appeal to more than 500 million Indians via TV,FM radio,Print media, e news papers & Web news services.
  • Road rallies were carried out in various part of country by students of the schools .
  • More than 10 million messages, emails,phone calls, social media messages had been spread during the period.
  • Gurudev Observatory has received more than 5000 calls during the campaign from the voters.
  • More than 500 schools,organisations took keen interest & send request for multiple voting for the students.
  • People from Tribal area,remote & small villages & very poor community join the movement & it was a miracle .
  • awgp.org, UK awgp, space news feed UK & many others dedicated main space on the front page of their web .
  • Shtri Gayatri Tapobhumi,Mathura has distributed the brochures throught the India in very short period.

Created History

This was the everfirst astronomical event in India which was enjoyed by 500 million people & from every corner of the India simultaneously & had amazing success.With longest,widest & success it has created history.There was no such event in past & would not be in future: “ Naa Bhuto Naa Bhavishyati” .

Conclusion

Vote for India campaign under the “ Name ExoWorlds Contest “ by IAU helps millions of Indians,youth,students.housewives,farmers,officers & common man to understand the sky,space,stars,planets,e voting, nomenclature of stars & celestial objects, IAU & its working simultaneously .It work as nation wide school which ultimately help to open the door of space science & astronomy in remote & rural area.

तारो के नामकरण के ऐतिहासिक महाअभियान ने रचा इतिहास

मानव इतिहास में पहली बार तारो के नामकरण के लिए जिम्मेदार  विश्व  की एक मात्र संस्था " आंतरराष्ट्रीय खगोलीय संघ ( IAU ) ने जनता के वोटिंग से 20 तारो के नामकरण का अभियान छेड़ा। इसके अन्तर्गत्त वड़ोदरा स्थित गुरुदेव वेधशाला ने सूर्य से 4 गुने बड़े तारे ताऊ बुटिस के लिए " श्री राम मत्त " व उसके ग्रह ताऊ बुटिस b की जो हमारे गुरुग्रह से भी 6 गुना बड़ा है इसके लिए "भगवतीदेवी " का प्रस्ताव रखा। इसके लिए www.nameexoworlds.iau.org/systems/107 लिंक पर जाकर भारत और पुरे विश्व से लाखो लोगो ने भाग लेकर अब तक की सर्वाधिक बड़ी खगोलीय घटना और इ वोटिगं का नया इतिहास रचकर कीर्तिमान  कायम किया।

इ वोटिंग

IAU ने 20 तारो के लिए 247 प्रस्तावों पर इ वोटिंग करवाई जो  11/08/2015 से  31/10/2015 तक चली और लाखो लोगो ने उसमे भाग लिया। कुल 6,31,418 वॉट्स दर्ज हुए।

वोट For इंडिया

वोट करके पहली बार तारो को भारतीय नाम देने के लिए पूरा भारत उत्साहित था। इसके लिए जाती ,धर्म ,संस्कृति ,शिक्षण,पैसे से ऊपर उठकर  केवल देश के लिए वोट करने हेतु  गुरुदेव वेधशाला ने वोट For इंडिया नाम से महाअभियान चलाया जिसमे अखिल विश्व गायत्री परिवार के मुख्यालय शांतिकुंज-हरिद्वार ,  श्री गायत्री तपोभूमि मथुरा व भारत  के सभी प्रज्ञा संस्थानों ,विधायलो ने भागीदारी की।

पुरे भारत का हुआ मंथन

इस महा अभियान में भारत के  कुल 24 राज्यों के आदिवासी विस्तार ,ग्राम्य विस्तार से लेके शहरी विस्तार के विद्यार्थी और जनता ने भाग लिया। यह 24 राज्य है : गुजरात ,राजस्थान ,हरियाणा, राजस्थान ,पंजाब ,जम्मू कश्मीर ,हरियाणा ,नई देल्ही ,उत्तराखंड ,हिमांचल प्रदेश ,उत्तरप्रदेश ,बिहार ,अरुणाचल प्रदेश ,पश्चिम बंगाल ,उड़ीसा ,झारखण्ड ,छत्तीसगढ़ ,मध्यप्रदेश ,महाराष्ट्र ,आँध्रप्रदेश ,तमिलनाडु ,तेलंगाना ,कर्णाटक और केरला।

वसुधैव कुटुंबकम

इस वैदिक ऋचा को सत्य करते हुए यह महा अभियान सात समुन्दर पर छे खंडो में पहुंचा जिसमे शामिल है उत्तर व् दक्षिण अम्रेरिका ,दक्षिण आफ्रिका ,यूरोप ,एशिया  व् ऑस्ट्रिलिया। इनके NRI व् स्थानीय प्रजा ने भी इसमें भाग लिया।

महाअभियान की कुछ प्रमुख जलकियां :

  • 1500 से ज्यादा विद्यालयों, कॉलेजिस ,कोचिंग क्लासेस के एक लाख से भी ज्यादा विद्यार्थियों तक लोग सीधे पहुंचे।
  • दो लाख घरो का सीधा संपर्क किया गया।
  • एक लाख से ज्यादा पर्चे ,5000 से ज्यादा पोस्टर और 1000 से  ज्यादा  बड़े पोस्टर पुरे भारत में कार्यकर्ताओ ने बाटे व लगाए।
  • 1000 से  ज्यादा  मल्टीमीडिया सेसंस  पुरे भारत में लिए गए।
  • स्थानीय ,राज्य और देश के प्रिंट व् इलेक्ट्रॉनिक मीडिया ने बढ़चढ़कर सहयोग दिया जिसके चलते पचास करोड़ भारतीयों तक टीवी ,समाचार पत्रो ,वेब समाचार व् FM रेडियो ने इस महाअभियान को पहुँचाया।
  • पुरे भारत के कोने कोने से विद्यालयों के विद्यार्थियों ने रेलिया निकाली।
  • एक करोड़ से भी ज्यादा मेसेजिस ईमेल ,सोसियल मिडिया ,फ़ोन ,SMS के जरिये पुरे भारत में प्रसारित किये गए।
  • इस महाभियान के दौरान पुरे भारत से  5000 से भी  ज्यादा  फोन कॉल गुरुदेव वेधशाला को प्राप्त हुए।
  • 500 से भी ज्यादा विद्यालयों ने अत्यंत रस जताते हुए अपने विद्यार्थियों के लिए मल्टीवोटिंग के विनंतीपत्र IAU को भेजे।
  • यह चमत्कार है की भारत के ग्राम्य ,अति गरीब व् आदिवासी विस्तारो से भी लोगो ने इस महाभियान में अपनी भागीदारी जताई।
  • गायत्री परिवार ,शांतिकुंज ,UK गायत्री परिवार , स्पेसन्यूज़ फीड : UK व अन्यान्य ने अपने फ्रंट वेब पेज पर इसे स्थान दिया।
  • श्री गायत्री तपोभूमि ,मथुरा ने लाखो पर्चे पुरे भारत के कोने कोने तक पहुंचाए।

रच दिया इतिहास

पुरे भारत का यह एक मात्र सर्वाधिक लंबा  ,सर्वाधिक विस्तृत ,सबसे बड़ा  ,सर्वाधिक लोगो द्वारा अंगीकृत और एक ही साथ 24 राज्यों व 6 खंडो में चलाय गया  खगोलीय व इ वोटिंग महा अभियान है। ऐसा भूतकाल में कही भी नहीं हुआ है। न भूतो न भविष्यति। इस ने एक महा इतिहास रच दिया है।

उपसंहार

IAU के मार्गदर्शन में गुरुदेव वेधशाला द्वारा चलाये गए इस महाभियान ने विद्यार्थी ,बच्चे ,गृहिणियां ,किसान ,बुजुर्ग ,ग्रामवासी ,आदिवासी ,उद्योगपति ,महिलाये ,अधिकारी से लेके युवा व आम आदमी को खगोलविज्ञान से ,आसमान से जोड़ दिया। तारे ,ग्रह ,ब्रह्माण्ड ,आसमानी पदार्थ व उसके  नामकरण की प्रक्रिया व IAU से लाखो लगो एक ही साथ में परिचित हो गए। यह पुरे भारत का एक ऐसा विद्यालय बना जिसने ग्राम्य और दूरदराज के क्षेत्रो तक खगोल विज्ञान व श्री राम मत्त और भगवतीदेवी के नाम को केवल 92 दिन में ही पहुंचा दिया। इस महाभियान ने एक महा इतिहास रच दिया।